



भटनेर पोस्ट डेस्क.
सावन की हरियाली में जब शहीद चमकौर सिंह वाटिका की मिट्टी पर नीम, गुलमोहर और करंज के पौधे रोपे गए, तो मानो प्रकृति ने भी मुस्कुरा कर स्वागत किया। हनुमानगढ जिला मुख्यालय पर नई खुंजा के वार्ड नंबर 3 स्थित इस वाटिका में हुए पौधारोपण कार्यक्रम ने सिर्फ पौधे नहीं रोपे, बल्कि जागरूकता, जिम्मेदारी और जनसहभागिता के बीज भी बो दिए। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से हुए इस आयोजन में युवाओं, महिलाओं और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का मकसद सिर्फ हरियाली बढ़ाना नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को जनआंदोलन बनाना था। पार्षद प्रतिनिधि मनोज बड़सीवाल की अगुवाई में क्षेत्रवासियों ने न केवल पौधों का रोपण किया, बल्कि उनके संरक्षण का संकल्प भी लिया।
पार्षद प्रतिनिधि मनोज बड़सीवाल ने नीम, गुलमोहर, अशोक, करंज और अमरूद जैसे छायादार और फलदार पौधों का रोपण किया। बड़सीवाल ने कहा कि सावन का महीना प्रकृति से जुड़ने और पर्यावरण को समर्पित करने का एक शुभ अवसर है। ऐसे समय में पौधारोपण कर हम न केवल धरती की हरियाली बढ़ाते हैं, बल्कि भावी पीढ़ियों को स्वच्छ वायु और सुंदर वातावरण देने का प्रयास भी करते हैं।
नागरिकों ने पौधों को संरक्षित रखने का संकल्प लिया और नियमित देखभाल की जिम्मेदारी ली। बड़सीवाल ने बताया कि शहीद चमकौर सिंह वाटिका क्षेत्र में हर सप्ताह पौधारोपण अभियान चलाया जाएगा, ताकि यह क्षेत्र पर्यावरण प्रेमियों के लिए प्रेरणा का केन्द्र बन सके। इस अवसर डॉ बक्शीश सिंह रामग़िढ़या, रामलाल वर्मा, दर्शन सिंह बाज़ीगर, जगदीश राम झोरड़, राजकुमार देवरथ, रवि शर्मा, मंगत बड़सीवाल, विकास धूड़िया, आत्मा वर्मा, जगदेव सिंह बावरी, हरदेव सिंह बावरी, ईमी चंद, ब्रमदास बावरी, लाला बावरी, नारायण सिंह, मोहन वर्मा, मनजोत सिंह, योगेश, लक्की, ऋषि बड़सीवाल आदि मौजूद थे।
