





भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
श्रीगंगानगर में करीब 555 करोड़ रुपये की लागत से गत 7-8 वर्षों से चल रहे सीवरेज निर्माण कार्य को लेकर अब एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं। भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार सोनी ने इस मामले में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर घोटाले की जांच की मांग की है। राजकुमार सोनी ने आरोप लगाया है कि राजस्थान शहरी आधारभूत ढांचा विकास परियोजना के तहत एलएंडटी कंपनी द्वारा किए जा रहे इस कार्य में भीषण भ्रष्टाचार, गड़बड़ी और लूटखसोट हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जहां-जहां सीवरेज लाइनें डाली गईं, वहां बार-बार सड़कें धंस गई हैं और उन्हें केवल ष्लीपा-पोतीष् के जरिए अस्थाई रूप से ठीक किया गया है।
पत्र में सबसे गंभीर आरोप यह लगाया गया है कि शहर में अभी तक सीवरेज से निकले मलमूत्र के निस्तारण हेतु कोई एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) नहीं बना है। नतीजतन, कई कॉलोनियों में सीवरेज चैंबर ओवरफ्लो हो रहे हैं और गंदा पानी सड़कों पर बहकर बदबू और बीमारी फैला रहा है। उन्होंने नेहरा नगर, डाल कॉलोनी, आनंद विहार, बाबा दीप सिंह कॉलोनी और अग्रसेन नगर जैसे इलाकों को सर्वाधिक प्रभावित बताया है, जहां नागरिकों का जीवन नरक बन गया है।
राजकुमार सोनी ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार के कार्यकाल में इस पूरे प्रोजेक्ट में नीचे से ऊपर तक बंदरबांट हुई और सबने अपने-अपने हिस्से की राशि खाई है। उन्होंने इसे एक संगठित डकैती गिरोह की संज्ञा देते हुए कहा कि शिकायत होने पर ये लोग सिस्टम को मैनेज कर लेते हैं। सोनी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस पूरे प्रकरण को व्यक्तिगत निगरानी में लेकर गहन जांच करवाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि अब तक जो क्षेत्र सीवरेज से जुड़े हैं, वहां की लाइनें पुनः जांची जाएं और मरम्मत की जाए। एसटीपी प्लांट का तत्काल निर्माण किया जाए ताकि गंदगी की निकासी सुनिश्चित हो सके
बचे हुए क्षेत्रों में कार्य पूरी ईमानदारी से किया जाए। इस प्रोजेक्ट में शामिल भ्रष्टाचारियों से राशि वसूल कर सरकारी खजाने में जमा करवाई जाए। दोषियों को जेल की हवा खिलाई जाए, ताकि आगे कोई भी इस तरह की डकैती करने की हिम्मत न कर सके।



