भटनेर पोस्ट न्यूज. जयपुर.
आखिरकार, भाजपा को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मिल गया। पार्टी ने वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दी है। रविवार को बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, पार्टी पदाधिकारियों और विधायकों की भाजपा मुख्यालय में बैठक के बाद इसकी घोषणा की गई। सतीश पूनिया को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया गया। राजेंद्र राठौड़ ने कहा-मेरे जैसे जमीनी कार्यकर्ता को आज भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। इस दौरान वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया और गजेंद्र सिंह शेखावत समेत पार्टी के बड़े नेता मौजूद रहे। इससे पहले विधायक दल की बैठक के दौरान पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल नाराज होकर चले गए। हालांकि वरिष्ठ नेताओं के समझाने के बाद वे लौट आए। इधर, चूरू से आए राजेंद्र राठौड़ के समर्थकों ने प्रदेश भाजपा कार्यालय पर जमकर नारेबाजी भी की। इससे पहले शुक्रवार रात बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष चंद्र प्रकाश (सीपी) जोशी ने एक ट्वीट किया था। इसमें राजेंद्र राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष बता दिया था। हालांकि कुछ ही देर बाद ट्वीट डिलीट कर दिया था। इस ट्वीट से सियासी हलकों में नई चर्चा शुरू हो गई थी। भारतीय जनता पार्टी में लगभग दो महीने से खाली नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी के लिए चेहरे की खोज की चर्चाओं पर विराम लगने वाला है। अब तक उप नेता प्रतिपक्ष रहे और विधानसभा में बीजेपी के संकटमोचक नेता राजेंद्र राठौड़ को प्रमोट कर नेता प्रतिपक्ष बनाने पर करीब-करीब सहमति बन गई। भाजपा नेताओं और संघ ने गत शुक्रवार को पूरे दिन मंथन के बाद राठौड़ के नाम पर सहमति बना ली है। भाजपा और संघ पदाधिकारियों के बीच सेवा सदन में मंथन में 4 नेताओं के नामों पर चर्चा की गई। जिसमें राठौड़ का नाम फाइनल किया गया। बताया जा रहा है कि पार्टी ने पहले से राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष बनाने का निर्णय कर लिया था। इस बाबत राठौड़ को दिल्ली भी तलब किया गया था। चर्चा के बाद उन्हें हरी झण्डी मिल चुकी थी। बदलते दौर में पूर्व सीएम वसुंधराराजे के साथ भी राठौड़ के संबंधों में सुधार है। ऐसे में राठौड़ के नाम पर सहमति बनने में दिक्कत नहीं हुई।