भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ़.
राजस्थान का 31 वां जिला मुख्यालय है हनुमानगढ़। सचमुच, हनुमानजी का गढ़। न सिर्फ सर्वधर्म बल्कि सर्वदल सम्भाव का इतिहास रचने वाला हनुमानगढ़। मौका था, रामोत्सव धर्म यात्रा का। विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल ने कार्यक्रम का संयोजन किया था। कलक्टर कार्यालय के सामने खाली मैदान राम भक्तों से अट गया था। हाथ में केसरिया ध्वज और मुख पर ‘जय श्रीराम’ का जयघोष। गजब का उत्साह। हर किसी में अपूर्व जोश लेकिन साथ ही सब थे पूरे होश में। भीड़ में कोई उपद्रवी न घुस जाए। शहर का नाम बदनाम न कर जाए। विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय सह संयोजक आशीष पारीक ‘भटनेर पोस्ट’ से कहते हैं, ‘अभूतपूर्व धर्म यात्रा का गवाह बना हनुमानगढ़। इसके लिए क्षेत्र की जनता का मन की गहराइयों से आभार। सबके सहयोग के बिना यह इतिहास रचना संभव नहीं था। न कोई धर्म का बंधन था और न ही सियासी दलों की कोई सीमा। भाजपा, कांग्रेस और कॉमरेड तक धर्मयात्रा में शरीक हुए। हिंदू, मुस्लिम और सिक्ख सबने मिलकर यात्रा को सफल बनाया। यही सच्चा हिंदुस्तान है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम व महाबली हनुमानजी की कृपा सब पर बनी रहे। ताकि अगले साल हम फिर इस रिकार्ड को खुद तोड़ सकें।’
धर्म यात्रा का मुख्य आकर्षण महाराष्ट्र की नगाड़ा पार्टी रही। नगाड़ा पार्टियों के नगाड़ा बजाने पर यात्रा में लोग झूम उठे। शहर में सभी जगहों पर केसरिया ध्वज लगाए गए थे। रामोत्सव धर्म यात्रा में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 150 से अधिक पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए। इस दौरान चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिसकर्मी हर एक हरकत पर नजर बनाए हुए थे। एडिशनल एसपी जस्साराम बोस के नेतृत्व में पुलिसकर्मी पूरी तरह चाक चौबंद नजर आए। यात्रा में वीडियो कैमरों, कंट्रोलिंग सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से रैली रूट और आस-पास के क्षेत्र पर पूरी नजर रखी गई।
धर्म यात्रा में शामिल हजारों की संख्या में लोग नाचते, गाते जयकारे लगाते चल रहे थे। यात्रा टाउन की नई धानमंडी स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर के पास पहुंची, जहां यात्रा का समापन किया गया। धर्मयात्रा जिला कलक्ट्रेट से रवाना होकर भगवान परशुराम चौक, सिटी पुलिस थाना, जाट भवन, अम्बेडकर चौक, महर्षि वाल्मीकि चौक, रेलवे ओवरब्रिज, बस स्टैंड, शहीद भगतसिंह चौक, रेलवे स्टेशन रोड, टाउन में भारत माता चौक, यातायात थाना, हिसारिया मार्केट, इन्दिरा चौक, सुभाष चौक, जाकिर हुसैन पार्क होते हुए नई धानमंडी स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर पहुंची। यात्रा में इस दौरान पूरा मार्ग गुलाब की खुशबू से महक उठा।
धर्म यात्रा में भगवान वाल्मीकि, भगवान रविदास, महाराणा प्रताप, देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले शहीदों सहित करीब 29 झांकियां शामिल हुई। स्वागत की जगह पर भी झांकियों और नृत्य का कार्यक्रम हुआ। जगह-जगह स्टॉल लगाकर धर्म प्रेमियों के लिए खाद्य और पेय पदार्थां की व्यवस्था की गई। पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप व नगरपरिषद सभापति गणेशराज बंसल अपनी टीम के साथ यात्रा का स्वागत करते नजर आए। भाजपा व कांग्रेस नेताओं ने एक साथ यात्रा में शामिल होकर सर्वदल सम्भाव का उदाहरण प्रस्तुत कर सबको प्रभावित किया। सबसे बड़ी बात यह रही कि धर्म यात्रा के बहाने धर्म का मर्म सामने आया। इकबाल की पंक्ति ‘मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना….’ पूरी तरह सार्थक नजर आई। जब देश में धर्म के नाम पर दंगे हो रहे हों तो हनुमानगढ़ की जनता ने पूरे देश को धर्म का मर्म समझाने की सफल कोशिश की है कि धर्म जब सिर्फ आस्था का विषय रहे तो वह अमृत बन जाता है और जब इसका इस्तेमाल ‘सत्ता’ के लिए किया जाता है तो यह ‘जहर’ बन जाता है। बेशक, सोचना जनता को है कि वह धर्म को आस्था की सीमा में रखना चाहती है या फिर सत्ता हासिल करने वालों के लिए सीढ़ी तैयार कर सौंपना चाहती है। दोनों की परिणति हमारे सामने है।