भटनेर पोस्ट ब्यूरो. हनुमानगढ़.
पंजाब में पांच बार सीएम रहे प्रकाश सिंह बादल का निधन हो गया है। वे 95 साल के थे। राजस्थान के साथ बादल का आत्मीय रिश्ता रहा। इसका बड़ा कारण था सियासी तौर पर भाजपा-अकाली दल के बीच गठबंधन। हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर जिला पंजाबी बेल्ट माना जाता हैं। अमूमन चुनावों में सभा को संबोधित करने के लिए बादल की डिमांड होती ही थी। इस लिहाज से बादल दोनों जिलों के अधिकांश जनप्रतिनिधियों को व्यक्तिगत तौर पर जानते थे। पूर्व सिंचाई मंत्री डॉ. रामप्रताप के साथ भी उनका रिश्ता मधुर रहा। वहीं भाजपा नेता कृष्ण जाखड़ से भी उनका बेहद लगाव था। आपको बता दें, अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल के नाम कई सियासी उपलब्धियां रही हैं। मसलन, वे सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बने थे। 27 मार्च 1970 को जब वह पहली बार सीएम बने तब उनकी उम्र 42 साल थी। सबसे ज्यादा पांच बार मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी इन्हीं के नाम है। इसके अलावा सबसे लंबा कार्यकाल पूरा करने का रिकॉर्ड भी बादल के नाम है। ये लगातार 10 साल 15 दिन मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा सबसे बुजुर्ग सीएम भी प्रकाश सिंह बादल ही रहे। 2017 में जब वह अपना आखिरी कार्यकाल पूरा कर रहे थे, तब उनकी उम्र 89 साल थी। बादल आजाद भारत की सबसे पुराने नेताओं में से एक थे। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक युग का अंत हो गया है।