भटनेर पोस्ट ब्यूरो. जयपुर.
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी चुनावी मोड पर है। विभिन्न मुद्दों को लेकर आरएलपी की ओर से राजस्थान के अलग अलग जिलों में आठ बड़े प्रदर्शन किए जाएंगे। पार्टी सुप्र्रीमो हनुमान बेनीवाल राज्य भर में दौरे करेंगे और जनता का मिजाज भांपने का प्रयास करेंगे। पहले चरण में चार जिलों में बड़ी रैलियां होंगी और फिर चार जिलों में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। बेनीवाल के मुताबिक, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के गठन के दौरान हमने अपना एजेंडा तय कर लिया था। उसी एजेंडे के तहत जनहित के मुद्दों को उठाते हुए सरकार को घेरने का काम करेंगे। आरएलपी का एजेंडा क्लियर है। वह हमेशा देश और प्रदेश के आमजन, किसान, युवा, वंचित और शोषित वर्ग के साथ खड़ी रही है। किसी भी वर्ग के साथ अन्याय होता है तो आरएलपी पूरी मजबूती के साथ विरोध करती है। राजस्थान में पिछले 22 साल से बीजेपी और कांग्रेस की मिलीजुली सरकारें चल रही है। दोनों पार्टियां बारी बारी से प्रदेश को लूट रही है। आरएलपी को यह कतई मंजूर नहीं है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने बजरी माफिया का मुद्दा लम्बे समय से उठा रखा है। बजरी माफियाओं की मनमानी के कारण 50 रुपए टन वाली बजरी के 600 रुपए टन वसूले जा रहे हैं। इसे रोकने के साथ आरएलपी ने पूरे राजस्थान में स्टेट टोल मुफ्त करने का मांग फिर से उठाई है। किसानों के कर्जमाफी का मुद्दा याद दिलाने, बेरोजगारों के साथ हुए धोखे, पेपर लीक, स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता और स्थानीय मुद्दों को लेकर आरएलपी राज्य सरकार का पूरजोर विरोध करेगी। पहली रैली 9 जून को बीकानेर जिले के डूंगरगढ में होगी। इसके बाद 17 जून को टोंक में, 20 जून को भीलवाड़ा में, 22 जून को हनुमानगढ के नोहर में और 24 जून को भीलवाड़ा में बड़े विरोध प्रदर्शन होंगे।