भटनेर पोस्ट न्यूज. नई दिल्ली.
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवानों के समर्थन में हरियाणा के कुरुक्षेत्र में खापों और किसान संगठनों की महापंचायत हुई। करीब पांच घंटे चली महापंचायत में केंद्र सरकार को नौ जून तक का अल्टीमेटम दिया गया। किसान नेता राकेश टिकैत ने महापंचायत में लिए गए फैसलों की जानकारी दी। टिकैत ने कहा-अगर सरकार ने नौ जून तक बृजभूषण को गिरफ्तार न किया और पहलवानों पर दर्ज केस वापस नहीं लिए तो खाप नेता खुद पहलवानों को दोबारा जंतर-मंतर पर धरने पर बैठाने जाएंगे।
उधर, जिस बृजभूषण को बचाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत पूरी बीजेपी लगी हुई है, उस बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर में पहलवानों ने जो आरोप लगाया है उसे सुनकर कोई भी संजीदा इंसान हिल जाए।
आरोप है कि बृजभूषण ने महिला पहलवानों के साथ कथित रूप से कई बार छेड़छाड़ की। गलत तरीके से उन्हें छुआ। यहां तक कि सांस चेक करने के बहाने उनकी टी-शर्ट उतारी। नाबालिग पहलवान का आरोप है कि बृजभूषण ने उससे फिजिकल रिलेशन की डिमांड की थी। नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा, ‘बेटी ने एशियन चैंपियनशिप में 62 किमी फ्री स्टाइल में गोल्ड मेडल जीता। फिर 16 साल की उम्र में झारखंड के रांची में नेशनल गेम्स में जूनियर रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता। यहीं पर उनकी बेटी के साथ फोटो लेने के लिए बृजभूषण ने जबरन उसे अपने पास खींचा। उसे बाहों में इतना कसकर जकड़ लिया कि वह खुद को छुड़ाने के लिए हिल तक नहीं पाई।’
अभिभावकों ने बृजभूषण का काला चिट्ठा खोल दिया। एक नाबालिग पहलवान के पिता के मुताबिक, बृजभूषण ने नाबालिग पहलवान को कहा कि तुम मुझे सपोर्ट करो और मैं तुम्हें सपोर्ट करूंगा। पहलवान बोली कि मैं अपने बलबूते यहां तक आई हूं और मेहनत करके आगे तक जाऊंगी। बृजभूषण ने कहा कि एशियन चैंपियनशिप के ट्रायल जल्द होने वाले हैं। कोऑपरेट नहीं किया तो खामियाजा ट्रायल्स में भुगतना पड़ेगा। बृजभूषण ने नाबालिग पहलवान को कमरे में बुलाया। नाबालिग पहलवान प्रेशर में थी कि उसका करियर बृजभूषण बर्बाद न कर दे इसलिए वह मिलने चली गई। वहां पहुंचते ही बृजभूषण ने उसे अपनी तरफ खींचा और जबरदस्ती शारीरिक संबध बनाने की कोशिश की। नाबालिग पहलवान इससे पूरी तरह सहम गई। उसने किसी तरह खुद को बृजभूषण के चंगुल से छुड़ाया और कमरे से बाहर भाग निकली। 2022 के मई महीने में एशियन चौंपियनशिप के ट्रायल हुए। जहां बृजभूषण ने कहे मुताबिक नाबालिग पहलवान के साथ भेदभाव किया। ट्रायल के दौरान एथलीट के स्टेट से ही रेफरी और मैट चेयरमैन, दोनों नहीं हो सकते। नाबालिग पहलवान के ट्रायल के दौरान उसे दिल्ली के पहलवान के साथ लड़ाया गया। जिसमें रेफरी और मैट चेयरमैन दोनों दिल्ली से थे। जो बिल्कुल नियमों का उल्लंघन था। नाबालिग पहलवान ने वहीं पर इसका विरोध किया। इस पर उसे दो-टूक कहा गया कि उसे खेलना होगा, अन्यथा मुकाबले के दूसरे एथलीट को वॉकओवर यानी विजेता घोषित कर दिया जाएगा। नाबालिग पहलवान के मैच के वक्त रिकॉर्डिंग को स्विच ऑफ और ऑन किया जाता रहा ताकि वीडियो में गड़बड़ी कर सकें।