पेपरलीक, नकल विरोधी कानून और ईडी की एंट्री पर ये बोले गृहराज्य व उच्च शिक्षा मंत्री

भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ़.
भाजपा विरोधी विचारधारा वाले राज्य में जब सीबीआई व ईडी जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों की एंट्री हो जाए तो समझिए उस राज्य में या तो सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई या फिर चुनाव होने वाले हैं। राजस्थान में ईडी ने गहलोत सरकार को कमजोर करने के लिए पहले भी प्रयास किए लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मजबूती के आगे उनकी एक नहीं चली। अब विधानसभा चुनाव है, इसलिए पेपर लीक मामले में ईडी की टीमें राजस्थान पहुंची है। यह कहना है कि राजस्थान के गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव का।

संक्षिप्त प्रवास पर हनुमानगढ़ पहुंचे उच्च शिक्षा व गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव जंक्शन स्थित बेबी हैप्पी मॉडर्न पीजी कॉलेज में पत्रकारों से मुखातिब थे। ईडी के आगमन पर मंत्री बोले-‘केंद्र सरकार विरोधियों को ठिकाने लगाने के लिए इसका बेजा इस्तेमाल कर रही है। आप खुद देख लीजिए, ईडी और सीबीआई की सर्वाधिक 90 फीसद कार्रवाई विपक्षी नेताओं पर हुई है। क्या, यह देश के लोग नहीं जानते हैं ? मीडिया को यह सब नहीं दिख रहा है ?’
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहाकि राज्य की एसीबी बेहरीन काम कर रही है। पहले छोटी मछलियों को पकड़कर कर्तव्य की इतिश्री मान ली जाती थी। पहली बार हुआ जब कलक्टर और एसपी जैसे उच्चाधिकारी रंगे हाथों पकड़े गए और जेल की सलाखों में है। इससे अधिक पारदर्शी कार्रवाई किस राज्य में संभव है। फिर ईडी व सीबीआई को भेजने का मतलब सिर्फ राजनीतिक मंशा की पूर्ति करना है, इसके अलावा कुछ भी नहीं।
एक सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहाकि राजस्थान पहला राज्य है जहां पर नकल विरोधी कानून बने। सख्त प्रावधान बनाए गए। जब ‘भटनेर पोस्ट’ उनसे पूछा कि आखिर इतनी सख्ती के बावजूद पेपर लीक क्यों हो गए ? मंत्री ने कहाकि मामले में त्वरित कार्रवाई हुई। आरोपित जेल में हैं। मंत्री ने पत्रकारों से पूछा कि राजस्थान को बेहतर बनाने के लिए गहलोत सरकार प्रयासरत है। लेकिन पत्रकारों को गुजरात, मध्यप्रदेश और यूपी जैसे भाजपा शासित प्रदेशों की तरफ भी देखना चाहिए। जहां पर हर पेपर लीक हो रहे। एजेंसियों ने पेपर करवाने से साफ मना कर दिया।
उच्च शिक्षा ने शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और कहाकि 2018 तक राज्य में महज 250 कॉलेज थे लेकिन चार साल में सरकार ने 311 नए सरकारी कॉलेज खोलकर मिसाल पेश की है। बकौल शिक्षा मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, ‘मुख्यमंत्री राजस्थान को एजुकेशन हब बनाने में जुटे हुए हैं। यही वजह है कि जयपुर, कोटा और सीकर जैसे क्षेत्र पूरी तरह एजुकेशन हब बन चुके हैं। दूसरे राज्यों के युवाओं को राजस्थान में उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है।’
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहाकि गहलोत सरकार ने यूनिवर्सिटी में नए ऑर्थोरिटी बनाए। मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत किया। स्कूलों को क्रमोन्नत करने में गंभीरता दिखाई। गर्ल्स कॉलेज खोलने में कोई कंजूसी नहीं बरती। आज राजस्थान ऐसा राज्य है जहां पर सर्वाधिक मेडिकल कॉलेज, पॉलिटेकनिक कॉलेज, नर्सिग कॉलेज, कृषि कॉलेज आदि खोले गए हैं। युवाओं के भविष्य को देखते हुए हमारी सरकार गंभीरतापूर्वक कार्य कर रही है। पत्रकार वार्ता में सादुलशहर विधायक जगदीश जांगिड़, अहिंसा बोर्ड के जिला सह संयोजक तरुण विजय व बेबी हैप्पी मॉडर्न पीजी कौलेज प्रबंध समिति चेयरमैन आशीष विजय भी मौजूद थे।
मोदी सरकार पर बिफरे मंत्री और विधायक
पत्रकार वार्ता में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव व विधायक जगदीश जांगिड़ मोदी सरकार पर हमलावर नजर आए। उन्होंने मीडिया की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहाकि कांग्रेस सदैव लोकतंत्र की मजबूती के लिए मीडिया की स्वतंत्रता की पैरोकार रही है लेकिन मौजूदा अधिकांश मीडिया की कार्यप्रणाली से नाखुश भी है। यह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं। मीडिया में जब सच दिखाने का साहस खत्म हो जाए तो फिर उसकी स्वतंत्रता के क्या मायने हैं। उन्होंने कहाकि देश में पिछले नौ साल से सिर्फ लफ्फाजी हो रही है। धर्म, जाति और क्षेत्र के बूते राजनीति की जा रही है। लेकिन इससे देश को क्या हासिल होगा ? हर वर्ग को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाए जा रहे हैं। नौ साल से सिर्फ सपने दिखाए गए। ऐसे सपने कभी साकार नहीं होते। इसलिए हिमाचलप्रदेश और कर्नाटक चुनावों में जनता ने बीजेपी और नरेंद्र मोदी को नकार दिया। राजस्थान में भी जनता ने कांग्रेस सरकार रिपीट करने का मन बना लिया है। इसलिए बीजेपी के अफवाहबाज गिरोह से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।  

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