भटनेर पोस्ट डिजिटल डेस्क. हनुमानगढ़.
राज्य बजट में हनुमानगढ़ की स्पिनिंग मिल चालू करने की मांग पूरी न होने से जिले के लोग निराश हैं। ऐसे में विधायक चौधरी विनोद कुमार ने फिर एक बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर स्पिनिंग मिल चलाने का आग्रह किया है। खास बात है कि विधायक चौधरी विनोद कुमार ने पत्र में आर्थिक समस्याओं से निजात पाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए हैं। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। अगर सरकार इन सुझावों पर अमल करे तो स्पिनिंग मिल पर लगा ताला खुल सकता है।
विधायक व पूर्व मंत्री चौधरी विनोद कुमार ने पत्र में बताया कि स्पिन फैड को राजस्थान सहकारिता अधिनियम की धारा 13 के तहत विखंडन आदेश करते हुए हनुमानगढ़ स्पिनिंग मिल को स्वतंत्र इकाई घोषित कर इस समस्या का समाधान संभव है। पत्र के मुताबिक, राज्य सरकार द्वारा स्पिन फैड को बंद करने के लिए पहली बार भाजपा शासन में 2017 में सहकारी प्रावधानों के तहत लिक्विडेटर नियुक्त किया गया था। तब से अब तक कई अधिकारी लगाए जा चुके लेकिन अब तक संपत्तियों के दावों का आकलन नहीं हो पाया है। ऐसे में हनुमानगढ़ स्पिनिंग मिल को स्वतंत्र इकाई घोषित कर मिल को पुनः चलाए जाने में कोई दिक्कत नहीं है।
पत्र के मुताबिक, मिल को चलाने के लिए अधिकतम 10 करोड़ रुपए की जरूरत होगी। यह राशि सिडबी, एनसीडीसी व आरएफसी जैसी संस्थाओं से अनुदान या कर्ज के रूप में ली जा सकती है। राज्य सरकार भी अनुदान जारी कर सहयोग कर सकती है। यहां तक कि स्थानीय विधायक विकास निधि का उपयोग भी उचित रहेगा। जन साधारण, सदस्य सहकारी संस्थाओं से सदस्यता शुल्क तथा शेयर कैपिटल के रूप में भी धन हासिल किया जा सकता है। इसके अलावा राज्य सहकारी विभाग के लिक्विडेशन फंड में उपलब्ध राशि का उपयोग संभव है। अगर बाकी विकल्प अनुकूल नहीं होते तो फिर आखिर में मिल की आंशिक संपत्ति बेचकर धन एकत्रित किया जा सकता है। चूंकि इस मिल से हनुमानगढ़ जिले के लोगों का न सिर्फ रोजगार जुड़ा हुआ है बल्कि यह मिल अर्थव्यवस्था की रीढ़ रही है। इससे इलाके पर विपरीत असर पड़ा है। विधायक चौधरी विनोद कुमार ने इस मिल को चलाने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति व प्रशासनिक दूरदर्शिता की जरूरत बताई है।