मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी से निष्कासित विधायक शोभारानी कुशवाह के साथ पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश मेघवाल की जमकर तारीफ की। धौलपुर में महंगाई राहत कैम्प में जनसभा को संबोधित करते हुए गहलोत ने एक तरफ पायलट समर्थक विधायकों पर तंज कसा वहीं भाजपा के इन तीन नेताओं की सराहना की। इससे एक बार फिर राज्य में सियासी सरगर्मी तेज होने के आसार हैं। गहलोत ने कहाकि शोभारानी कुशवाह ने राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस का साथ दिया। शोभारानी कुशवाहा बोल्ड लेडी हैं। शोभारानी ने हमारा साथ दिया तो बीजेपी के सारे लोग देखते रह गए। भाजपा वालों की हवाइयां उड़ गई। शोभा रानी ने, दूसरा वसुंधरा राजे ने और तीसरा कैलाश मेघवाल ने। कैलाश मेघवाल और वसुंधरा जी को मालूम था कि भैरों सिंह शेखावत मुख्यमंत्री थे। उस वक्त उनकी पार्टी के लोग सरकार गिरा रहे थे। मैं प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष था। मेरे पास लोग आए। उस वक्त भी पैसा बंटने लग गया था। जिस तरह अभी बंटा था। मेरे पास जो लोग आए मैंने उनसे कहा भले आदमियों, तुम्हारे नेता भैरों सिंह शेखावत मुख्यमंत्री हैं, वे बाहर इलाज के लिए गए हुए हैं। तुम पीछे से षड्यंत्र करके सरकार गिरा रहे हो, मैं तुम्हारा साथ नहीं दूंगा। मैं चाहता तो उनके साथ शामिल हो जाता तो सरकार गिर सकती थी। मैंने उनसे कहा कि तुम अनैतिक काम कर रहे हो। जो आदमी बीमार है, तीन-तीन ऑपरेशन हुए हैं, वहां पर बहुत नाजुक स्थिति हो गई थी उनकी और तुम पीछे से सरकार गिरा रहे हो। गहलोत ने कहा-वहीं बात कैलाश मेघवाल और वसुंधरा राजे ने कही कि हमारे यहां पैसे के बल पर चुनी हुई सरकारों को गिराने की कभी परंपरा नहीं रही है, तो उन्होंने क्या गलत किया? शोभारानी कुशवाह ने वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल की सुनी। इनकी अंतरात्मा ने कहा-मुझे भी ऐसे लोगों का साथ नहीं देना चाहिए तो क्या गलत किया? इसलिए हमारी सरकार बची हैं। मैं जिंदगी में यह घटना कभी भूल नहीं सकता जो मेरे साथ बीती थी। यह तो प्रदेशवासी मजबूत रहे, सजग रहे। मुझे यह कहते हुए गर्व है कि लोग विधायकों से फोन करके कहते थे चाहे 6 महीने होटलों में रहना पड़े, लेकिन सरकार नहीं गिरनी चाहिए।