भटनेर पोस्ट डिजिटल डेस्क. जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को विधानसभा में विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया और बीजेपी को चुनौती दे दी कि अगर हिम्मत है तो वे राजस्थान के हितों को देखते हुए पीएम मोदी से मिलें।
गहलोत ने ईआरसीपी के मसले पर मोदी पर जमकर हमले किए। राज्यपाल के अभिभाषण पर राज्य सरकार की ओर से जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्यपाल को प्रतिपक्ष ने अभिभाषण नहीं पढ़ने दिया, इसका उन्हें दुख है। विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना मैनेजमेंट हमारे लिए गेम चेंजर साबित होगा और सरकार रिपीट होगी। जिस तरह से केरल में कोरोना के मैनेजमेंट के कारण केरल में सरकार फिर से आई थी, उसी तरह राजस्थान में भी कांग्रेस की फिर सरकार बनेगी। सीएम ने कहा कि जनता काम देखती है और हमारी सरकार ने काम किया है। मुख्यमंत्री ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री इसी माह दौसा जिले में आ रहे हैं। उन्हें ईआरसीपी का वादा याद दिलाया जाए। सभी सांसद ईआरसीपी के लिए जाएं। यदि वे चाहे तो हम भी चल सकते हैं। ईआरसीपी बन गई तो 13 जिलों का फायदा होगा। गहलोत ने कहा कि कर्मचारियों के लिए ओपीएस लागू करना पड़ेगा। केन्द्र हमारा पैसा नहीं दे रहा है। यदि नहीं दिया तो मैं छोड़ने वाला नहीं हूं। हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। वहीं, भाजपा पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे सभी जाति और वर्ग को साथ लेने की बात कहते हैं। जबकि असलियत यह है कि भाजपा ने एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया। अब चुनाव आ रहे हैं तो सभी नंबर बढ़ाने का काम कर रहे हैं। वहीं, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को कहा कि वे 75 साल के हो गए है, इसलिए उन्हें भाजपा टिकट नहीं देगी। सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में आयुष्मान योजना में सिर्फ 19 प्रतिशत पंजीयन हुआ। जिसके कारण यह योजना फेल साबित हुई। भाजपा की जन आक्रोश यात्रा में न तो जन था और न ही आक्रोश था। किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि 9 लाख किसानों का बिजली बिल जीरो हो चुका है। सरकार ने 22 लाख किसानों का कर्ज माफ किया है। जबकि उद्योगपतियों का कर्ज मोदी सरकार ने माफ कर दिया है। जवाब के दौरान सीएम ने राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के धरने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वे धरने पर बैठ गए। हम सभी को साथ लेकर चलेंगे। सरकार कमेटी भी बनाना चाहती है। उसमें विपक्ष के लोग भी शामिल हो सकते हैं। लेकिन, भाजपा हमारी सरकार के काम से बौखला चुकी है।