भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ़.
चाणक्य कहता है, प्रतिद्वंद्वी को कमजोर करना है तो उसकी टीम खंडित कर दो। तो क्या विधायक चौधरी विनोद कुमार ने नगरपरिषद आयुक्त पूजा शर्मा को पीलीबंगा भेजकर यही संदेश देने का प्रयास किया है ? सियासी हलकों में इस आशय को लेकर चर्चा तेज हो गई है। काबिलेगौर है कि राज्य सरकार ने आदेश जारी कर आयुक्त पूजा शर्मा को पीलीबंगा ईओ लगाया है। सूची में महज दो अधिकारियों के ही नाम हैं, पूजा शर्मा और लाजपत बिश्नोई। बिश्नोई को रायसिंहनगर से नगरपालिका करणपुर लगाया है।
सूत्र बताते हैं कि नगरपरिषद में आयुक्त पूजा शर्मा और वाइस चेयरमैन अनिल खीचड़ के बीच 36 का आंकड़ा था। खीचड़ इस संबंध में विधायक को अपनी पीड़ा बता चुके थे। आयुक्त के लिए विधायक ने अपने पसंदीदा अधिकारी का नाम भी सरकार को बता दिया था लेकिन स्वायतशासन मंत्री एक साथ लिस्ट निकालने की तैयारी में थे। उधर, विधायक गुट को लग रहा था कि हनुमानगढ़ नगरपरिषद में चेयरमैन और आयुक्त की जोड़ी विधायक गुट को कमजोर कर रही है, इसलिए विधायक के दबाव में सरकार को तत्काल आदेश निकालना पड़ा। माना जा रहा है कि हनुमानगढ़ एसडीएम का हनुमानगढ़ से कभी भी तबादला हो सकता है, ऐसे में वे कुछ ही दिन नगरपरिषद का अतिरिक्त कामकाज देख सकेंगे। इतने में सरकार विधायक के पसंदीदा अधिकारी को यहां पर लगा देगी।
सूत्रों के मुताबिक, सभापति गणेशराज बंसल चुनाव की तैयारी में जुटे हैं और विधायक ने एक दांव में उनकी स्थिरिता भंग कर दी। लिहाजा, बंसल की चुनौती बढ़ गई है। लेकिन चुनौतियों से उबरने में उन्हें भी महारत हासिल है, इसलिए शहर के लोग अब उनके रुख का इंतजार कर रहे हैं।