भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ.
महंगाई राहत कैंप नई खुंजा के उन 70 परिवारों के लिए बड़ी राहत लेकर आया। पांच दशक से नई खुंजा में बसर कर रहे इन परिवारों को भूखंड का मालिकाना हक मिला। नगरपरिषद सभापति गणेशराज बंसल, पीसीसी सदस्य भूपेंद्र चौधरी, पार्षद प्रतिनिधि मनोज बड़सीवाल व निर्माण समिति अध्यक्ष सुमित रणवां व शिविर प्रभारी गुरविंद्र शर्मा ने संयुक्त रूप से पट्टे वितरित किए। भूखंड का पट्टा मिलने से इन परिवारों के प्रतिनिधि प्रफुल्लित नजर आ रहे थे। एक बुजुर्ग महिला ने पीसीसी सदस्य भूपेंद्र चौधरी को बताया कि पचास साल पहले उसकी शादी हुई थी। कच्चा मकान बनाकर रहने लगे। हर बार पट्टे की मांग करते, आश्वासन मिलता लेकिन पट्टा नही मिलता। अब जब यह सौगात मिली तो मन खुश हो गया। पार्षद प्रतिनिधि मनोज बड़सीवाल के सिर पर हाथ रखते हुए बुजुर्ग महिला भावुक हो उठीं। उन्होंने कहाकि हर वार्ड का पार्षद मनोज बड़सीवाल जैसा होना चाहिए जो सबका ध्यान रखता है।
सभापति गणेशराज बंसल ने कहा कि अलग-अलग वार्ड में सर्वे करवाकर एवं कागजी कार्रवाई पूर्ण करवाकर पटे बनाने का काम किया जा रहा है। नगर परिषद ने अब तक लगभग आठ हजार पट्टे बना दिये है। पार्षद प्रतिनिधि मनोज बड़सीवाल ने कहा कि पटे बनाने की समस्या वार्ड की बहुत लंबी थी जिसका इस महंगाई राहत कैंप में निस्तारण हुआ है। उन्होंने बताया कि पट्टे बनने से अब वार्डवासियों को उनका कानूनी अधिकार मिला है जिससे लोग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधायक चौधरी विनोद कुमार और चेयरमैन गणेशराज बंसल का आभार प्रकट कर रहे हैं। इस अवसर पर अशोक गोरी, पार्षद प्रतिनिधि जगदीप विक्की, रमजान खान, हेम सिंह, वेद प्रकाश शर्मा, आरिफ खान, जगसीर सिंह, जगजीत सिंह जग्गी, शेर सिंह लांबा, रामनिवास किरोड़ीवाल, सुखराम बागड़ी, विजेंद्र कुमार, सुच्चा सिंह, जोगेंद्र सिंह, नरेंद्र कुमार, कृष्णा देवी, राजबाला व साहब राम आदि मौजूद रहे।
काबिलेगौर है कि पट्टे के लिए लोग वर्षों से आस लगाकर बैठे थे। कभी नियमन शुल्क ज्यादा होने तो कभी कड़े नियमों के चलते लोगों की यह मांग पूरी नहीं हो पा रही थी लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करने का निर्णय दिया और हनुमानगढ़ में अब तक इस अभियान में करीब आठ हजार लोगों को अपने भूखंड का मालिकाना हक मिल गया।