राज्य में सृजित होंगे लगभग 17 हजार रोजगार
जयपुर. इन्वेस्ट राजस्थान के अंतर्गत राज्य में 1.36 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए सोमवार को जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर एमओयू साइनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य सरकार की नीतियों से प्रदेश में श्रेष्ठ निवेश वातावरण तैयार हुआ है, जिससे बड़े स्तर पर निवेशक राजस्थान की ओर आकर्षित हो रहे है। राज्य में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए एमएसएमई एक्ट-2019, निवेश प्रोत्साहन योजना (रिप्स) 2019 एवं 2022, वन स्टॉप शॉप प्रणाली जैसे कदम उठाए गए हैं। पर्यटन के क्षेत्र में भी निवेश के लिए पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। कार्यक्रम के दौरान उद्योग, ऊर्जा एवं पर्यटन से संबंधित 26 परियोजनाओं के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। राज्य के विभिन्न जिलों में लगने जा रही इन परियोजनाओं से लगभग 17 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। अशोक गहलोत ने कहा कि अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और प्रदेश के सर्वांगीण विकास में उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य सरकार की नीतियों से प्रदेश में उद्योग लगाने की प्रक्रिया सुगम हुई है। राज्य में कानून व्यवस्था, सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिजली आदि की स्थिति काफी अच्छी है। राज्य सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों के कारण प्रदेश में श्रमिक असंतोष जैसी भी कोई स्थिति नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष अक्टूबर माह में आयोजित इन्वेस्ट राजस्थान समिट में लगभग 11 लाख करोड़ रूपए के एमओयू साइन हुए, जिनमें से 49 प्रतिशत एमओयू का क्रियान्वयन हो रहा है। इन्वेस्ट राजस्थान समिट की सफलता और इसके तहत हस्ताक्षरित एमओयू की संख्या एवं निवेश राज्य में उद्योग जगत के विश्वास को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार 11.04 जीडीपी विकास दर के साथ राजस्थान पूरे देश में दूसरे स्थान पर रहा है। कोरोना महामारी के कारण उपजी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सभी आर्थिक मापदण्डों पर राजस्थान उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है।