भटनेर पोस्ट डिजिटल डेस्क. जयपुर.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने इस कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया। इस दौरान उनसे गलती भी हुई। आखिरकार, उन्होंने खेद जताया। लेकिन बजट का असली सार बेजोड़ निकला। जब देश भर में आम जनता महंगाई की तपिश से झुलस रही हो तो गहलोत का जादूई बजट जैसे राहत की बौछार बनकर आया। वित्त वर्ष 2023-24 का बजट पेश करते हुए कहा, ‘‘मैं राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के दायरे में आने वाले लगभग एक करोड़ परिवारों को आगामी वर्ष निःशुल्क राशन के साथ प्रति माह निःशुल्क मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा फूड पैकेट दिए जाने की घोषणा करता हूं। इस पैकेट में एक-एक किलोग्राम दाल, चीनी एवं नमक और एक लीटर खाद्य तेल उपलब्ध कराया जाएगा। इस पर लगभग 3,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।’ गौरतलब है कि मुफ्त राशन का फॉर्मूला उत्तर प्रदेश में हिट हो चुका है। कहा जाता है कि यूपी में योगी आदित्यनाथ की वापसी का एक बड़ा कारण मुफ्त राशन योजना था। इसके अलावा यह योजना केरल में भी चल रही है। सीएम गहलोत ने बीपीएल (गरीबी रेखा के नीचे) एवं प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में शामिल निम्न आय वर्ग के लगभग 76 लाख परिवारों को आगामी वर्ष से एलपीजी गैस 500 रुपए में उपलब्ध कराने की घोषणा की। इस पर 1,500 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
अशोक गहलोत ने तीन घंटे बीस मिनट तक बजट भाषण दिया। यह अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण है। सबसे लंबे बजट भाषण का रिकॉर्ड अब अशोक गहलोत के नाम है। उन्होंने करीब 12 बजकर 26 मिनट पर भाषण शुरू किया और 3 बजकर 46 मिनट पर खत्म किया। पिछले साल भी उन्होंने डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक भाषण दिया था। इससे पहले, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में पुराना बजट भाषण पढ़ दिया। कुछ देर तक वह पुराना बजट पढ़ते रहे, तभी जलदाय मंत्री महेश जोशी ने आकर सीएम के कान में कुछ कहा और वो ठिठक गए। गहलोत का भाषण रुका, तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने कहा-जो कुछ हुआ उसके लिए सॉरी फील करता हूं। विपक्षी सदस्य भारी हंगामा करते हुए सदन के वेल में आ गए थे। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पुराना बजट पढ़ा है। भारी हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव ऊषा शर्मा को तलब किया और अफसरों की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो सीएम अशोक गहलोत ने सफाई दी। कहा, ’बजट भाषण की इस कॉपी में फर्क हो तो बताइए। एक एक्स्ट्रा पेज लग गया गलती से। मैं एक पेज गलत पढ़ने लग गया। लीक होने का सवाल कहां से आ गया?’ राजस्थान में पहली बार बजट भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित की गई, पहली करीब आधे घंटे के लिए, फिर 15 मिनट के लिए। खास बात है कि मुख्यमंत्री ने भाषण की शुरुआत की तो वह शेर पिछले भाषण में नहीं था, लेकिन इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की घोषणा पिछले साल ही की गई थी। दोबारा सदन शुरू होने पर स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि जो कुछ घटनाक्रम हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, उसमें हमने पास्ट में पता लगाया। ब्ड ने जो भाषण दिया है, वह ठीक नहीं होगा। आज की घटना से आहत हुए हैं। मानवीय भूल होती रहती है। इस अनहोनी घटना के लिए जो सारी कार्यवाही हुई है, उसे निरस्त करता हूं। 11 बजे से 11ः42 तक की पूरी घटना को विधानसभा की कार्यवाही से निकाल दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उज्जवला योजना के जरिए जिन लोगों को गैस सिलेंडर मिले थे, वो अब महंगाई में गैस नहीं भरवा पा रहे है। अब हम 76 लाख परिवारों को एलपीजी गैस सिलेंडर 500 रु में देंगे। इस पर 1 हजार करोड़ का खर्च होगा।
100 यूनिट बिजली फ्री
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले साल हमनें 50 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी। अब हम उसे बढ़ाकर 100 यूनिट कर रहे है। इससे प्रदेश के 1 करोड़ 19 लाख घरों में से 1 करोड़ 4 लाख घरों को मुफ्त बिजली मिलेगी, बाकि बचे 15 लाख घरों को भी स्लेब के अनुसार फायदा मिलता रहेगा।
बजट की सबसे बड़ी घोषणाएं
-11 लाख किसानों को हर महीने 2 हजार यूनिट तक मुफ्त बिजली। अब तक हर महीने 1000 रुपए की छूट थी, जिसे बढ़ाकर अब 2000 यूनिट तक कर दिया है। 2000 यूनिट हर महीने खर्च होने तक कोई बिल नहीं आएगा।
-रोडवेज में महिलाओं को अब आधा किराया ही देना होगा। रोडवेज किराए में छूट को 30 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी करने की घोषणा।
-हाईराइज बिल्डिंग को पीएचईडी पानी सप्लाई करेगा। यानी फ्लैट्स तक जलदाय विभाग नल कनेक्शन देगा।
-सभी बोर्ड, निगमों, यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों को भी अब ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ मिलेगा। करीब एक लाख कर्मचारियों को इसका फायदा होगा।
-संविदा कर्मचारियों का अब पहले का एक्सपीरियंस गिना जाएगा, कॉन्ट्रैक्ट सर्विस रूल्स में पुराने अनुभव का लाभ मिलेगा, दो लाख संविदा कर्मचारियों को होगा फायदा।
-सीएम ने बजट में नए जिलों की घोषणा नहीं की। उन्होंने कहा-कमेटी की रिपोर्ट मिलने पर उसके आधार पर विचार किया जाएगा।
-कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को सरकारी नौकरी की घोषणा।
-कैला देवी, रामदेवरा, अजमेर दरगाह, पुष्कर, खाटूश्याम, गोगामेड़ी, बेणेश्वर धाम, पांडूपोल अलवर, बुड्ढा जोहड़ गंगानगर, बीकानेर मुकाम धाम के लक्खी मेलों में जाने वाले रोडवेज बसों में श्रद्धालुओं को 50 फीसद किराए में छूट दी जाएगी।
अशोक गहलोत ने तीन घंटे बीस मिनट तक बजट भाषण दिया। यह अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण है। सबसे लंबे बजट भाषण का रिकॉर्ड अब अशोक गहलोत के नाम है। उन्होंने करीब 12 बजकर 26 मिनट पर भाषण शुरू किया और 3 बजकर 46 मिनट पर खत्म किया। पिछले साल भी उन्होंने डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक भाषण दिया था। इससे पहले, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में पुराना बजट भाषण पढ़ दिया। कुछ देर तक वह पुराना बजट पढ़ते रहे, तभी जलदाय मंत्री महेश जोशी ने आकर सीएम के कान में कुछ कहा और वो ठिठक गए। गहलोत का भाषण रुका, तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने कहा-जो कुछ हुआ उसके लिए सॉरी फील करता हूं। विपक्षी सदस्य भारी हंगामा करते हुए सदन के वेल में आ गए थे। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पुराना बजट पढ़ा है। भारी हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव ऊषा शर्मा को तलब किया और अफसरों की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो सीएम अशोक गहलोत ने सफाई दी। कहा, ’बजट भाषण की इस कॉपी में फर्क हो तो बताइए। एक एक्स्ट्रा पेज लग गया गलती से। मैं एक पेज गलत पढ़ने लग गया। लीक होने का सवाल कहां से आ गया?’ राजस्थान में पहली बार बजट भाषण के दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित की गई, पहली करीब आधे घंटे के लिए, फिर 15 मिनट के लिए। खास बात है कि मुख्यमंत्री ने भाषण की शुरुआत की तो वह शेर पिछले भाषण में नहीं था, लेकिन इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की घोषणा पिछले साल ही की गई थी। दोबारा सदन शुरू होने पर स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि जो कुछ घटनाक्रम हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, उसमें हमने पास्ट में पता लगाया। ब्ड ने जो भाषण दिया है, वह ठीक नहीं होगा। आज की घटना से आहत हुए हैं। मानवीय भूल होती रहती है। इस अनहोनी घटना के लिए जो सारी कार्यवाही हुई है, उसे निरस्त करता हूं। 11 बजे से 11ः42 तक की पूरी घटना को विधानसभा की कार्यवाही से निकाल दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उज्जवला योजना के जरिए जिन लोगों को गैस सिलेंडर मिले थे, वो अब महंगाई में गैस नहीं भरवा पा रहे है। अब हम 76 लाख परिवारों को एलपीजी गैस सिलेंडर 500 रु में देंगे। इस पर 1 हजार करोड़ का खर्च होगा।
100 यूनिट बिजली फ्री
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले साल हमनें 50 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी। अब हम उसे बढ़ाकर 100 यूनिट कर रहे है। इससे प्रदेश के 1 करोड़ 19 लाख घरों में से 1 करोड़ 4 लाख घरों को मुफ्त बिजली मिलेगी, बाकि बचे 15 लाख घरों को भी स्लेब के अनुसार फायदा मिलता रहेगा।
बजट की सबसे बड़ी घोषणाएं
-11 लाख किसानों को हर महीने 2 हजार यूनिट तक मुफ्त बिजली। अब तक हर महीने 1000 रुपए की छूट थी, जिसे बढ़ाकर अब 2000 यूनिट तक कर दिया है। 2000 यूनिट हर महीने खर्च होने तक कोई बिल नहीं आएगा।
-रोडवेज में महिलाओं को अब आधा किराया ही देना होगा। रोडवेज किराए में छूट को 30 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी करने की घोषणा।
-हाईराइज बिल्डिंग को पीएचईडी पानी सप्लाई करेगा। यानी फ्लैट्स तक जलदाय विभाग नल कनेक्शन देगा।
-सभी बोर्ड, निगमों, यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों को भी अब ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ मिलेगा। करीब एक लाख कर्मचारियों को इसका फायदा होगा।
-संविदा कर्मचारियों का अब पहले का एक्सपीरियंस गिना जाएगा, कॉन्ट्रैक्ट सर्विस रूल्स में पुराने अनुभव का लाभ मिलेगा, दो लाख संविदा कर्मचारियों को होगा फायदा।
-सीएम ने बजट में नए जिलों की घोषणा नहीं की। उन्होंने कहा-कमेटी की रिपोर्ट मिलने पर उसके आधार पर विचार किया जाएगा।
-कोरोना में अनाथ हुए बच्चों को सरकारी नौकरी की घोषणा।
-कैला देवी, रामदेवरा, अजमेर दरगाह, पुष्कर, खाटूश्याम, गोगामेड़ी, बेणेश्वर धाम, पांडूपोल अलवर, बुड्ढा जोहड़ गंगानगर, बीकानेर मुकाम धाम के लक्खी मेलों में जाने वाले रोडवेज बसों में श्रद्धालुओं को 50 फीसद किराए में छूट दी जाएगी।