भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ़.
छोटे-छोटे बच्चे, मासूमियत से लबरेज। प्रदर्शन ऐसा कि बड़े भी हैरान। गीत, संगीत और नृत्य की विधाओं की ऐसी समझ कि जानकार भी अचंभित नजर आए। दुर्गा मंदिर धर्मशाला सभागार में हंसवाहिनी संगीत कला मंदिर की ओर से गृष्मकालीन संगीत एवं नृत्य प्रशिक्षण के समापन समारोह में यह सब नजर आया। इस मौके पर प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया। हंसवाहिनी संगीत कला मंदिर के संस्थापक अध्यक्ष गुलशन अरोड़ा ने ‘भटनेर पोस्ट’ को बताया कि इस तरह के आयोजनों का यह 23 वां साल था।
मुख्य अतिथि थीं कलेक्टर रुक्मणि रियार की मां तदबीर रियार। विशिष्ट अतिथि के तौर पर नगर परिषद सभापति गणेशराज बंसल, वरिष्ठ फिजीशियन डॉ सुखवीर सिंह गेट, वरिष्ठ अधिवक्ता बनवारीलाल पारीक, सामाजिक कार्यकर्ता मोहित बलाडिया ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता जेल अधीक्षक नरेंद्र स्वामी ने की। कार्यक्रम में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपने गीत संगीत एवं नृत्य की छटा बिखेरी। बच्चो ने संगीत व नाटिका के माध्यम महाभारत के टाइटल सॉन्ग ‘महाभारत……’ की शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में बच्चों ने कत्थक नृत्य एवं ‘घर मोरे परदेसिया’ गीत पर शानदार प्रस्तुति दी इसी के साथ साथ बर्गर पिज़्ज़ा न खाना पर कविता प्रस्तुत की। फिर ‘मेरा जूता है जापानी’, ‘जो बोयेगा वही पायेगा’, ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ आदि पर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने फैशन शो का जलवा बिखेरा।
कार्यक्रम में ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण के तहत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली समस्त प्रतिभाओं को अतिथियों द्वारा समृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सांस्कृतिक समारोह के अंत में बच्चों द्वारा पंजाबी भंगड़ा की प्रस्तुति से अतिथियों की भरपूर तालियां बटोरी। अतिथियों ने कहा कि हनुमानगढ़ में गीत संगीत एवं नृत्य की अनेकों प्रतिभाएं हैं जिन्हें उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता है, जो कार्य हंसवाहिनी संगीत कला मंदिर पिछले दो दशकों से करते हुए प्रतिभा को उचित मंच देने का काम कर रहा है, यह सराहनीय है। कार्यक्रम के अंत में आयोजन समिति के संस्थापक गुलशन अरोड़ा ने आभार जताया।