भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.
नाली बैड में दिन भर रूक-रूककर पानी की बढ़ती मात्रा हर किसी की धड़कनें तेज करती रहीं। समाचार लिखे जाने तक नाली बैड में 5900 क्यूसेक पानी प्रवाहित हो रहा था। सिंचाई विभाग अंदरखाने स्वीकार करता है कि नाली बैड की मौजूदा क्षमता ज्यादा से ज्यादा 5500 क्यूसेक पानी झेलने की है। विभाग का मानना है कि अधिकतम 6000 क्यूसेक पानी को भी झेल लेंगे लेकिन इससे अधिक पानी की आपूर्ति होने पर दिक्कत हो सकती है। हालांकि प्रशासन ने कहा है कि अभी घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सब कुछ नियंत्रण में है। हालांकि दूसरी तरफ, अचानक जल स्तर बढऩे से अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। सेमनाला और नाली बेड की क्षमता पूरी होने पर अब सवाल यह है कि क्या नाली बेड वर्तमान में चल रहे पानी की मात्रा से अधिक पानी झेल पाएगा? अब अगर और पानी आया तो कहां छोड़ा जाएगा, प्रशासन इस सवाल का जवाब ढूंढने का प्रयास कर रहा है। ओटू हैड से भी राजस्थान क्षेत्र के लिए प्रवाहित पानी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। घग्घर नदी का जल स्तर लगातार बढऩे से तटबंध कमजोर होते जा रहे हैं। अगले 24 घंटे जिले के लिए बेहद चिंताजनक हैं।