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श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय हनुमानगढ़ के चेयरपर्सन दिनेश कुमार जुनेजा ने कहाकि युवा नए भारत का ग्रोथ इंजन तो है लेकिन उसके साथ जरूरी ये भी है कि उनमें उद्यमिता के प्रति भी भरपूर रुझान हो और वे सफल उद्यमी बनने के लिए अपनी पहल करें। भारत युवा संपदा से संपन्न है लेकिन कौशल के अभाव में उनकी ऊर्जा और शक्ति का वास्तविक मूल्यांकन नहीं हो पा रहा। एमएसएमई विकास कार्यालय, जयपुर के सहयोग से आयोजित उद्यमिता जागरुकता कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि बहुत कम उम्र के युवा अपने यूनिक आइडिया से करोड़ों की कंपनी खड़ी कर रहे हैं। इसलिए सिर्फ सरकारी नौकरी के लिए बहुमूल्य समय गंवाने की बजाए स्वयं का उद्योग लगाएं। वे खुद नौकरी देने लायक बनें।
जुनेजा ने बताया कि एमएसएमई मंत्रालय के होस्ट इन्क्यूबेशन सेंटर का संचालन एसकेडी यूनिवर्सिटी में किया जा रहा है, जहाँ से ग्रामीण प्रतिभाएं अपने आइडियाज पर काम कर सकती हैं।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के जयपुर स्थित एमएसएमई विकास कार्यालय, जयपुर के असिस्टेंट डायरेक्टर संजय मीणा ने माइक्रो, स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज की परिभाषा, उसके निवेश और टर्नओवर की लिमिट के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के जयपुर स्थित एमएसएमई विकास कार्यालय, जयपुर के असिस्टेंट डायरेक्टर संजय मीणा ने माइक्रो, स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज की परिभाषा, उसके निवेश और टर्नओवर की लिमिट के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने तीन तरह की इंडस्ट्री ट्रेडिंग, सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग के बारे में समझाया और उद्यम रजिस्ट्रेशन, एमएसएमई इनोवेटिव स्कीम, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की विविध योजनाओं, सब्सिडी और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि पेटेंट, ट्रेडमार्क, बारकोड, जीआई और डिजाइन रजिस्ट्रेशन, डोमेस्टिक और इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में भाग लेने के लिए भी केंद्र सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की ओर से वित्तीय सहयोग प्रदान किया जाता है।
उन्होंने बताया कि पेटेंट, ट्रेडमार्क, बारकोड, जीआई और डिजाइन रजिस्ट्रेशन, डोमेस्टिक और इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में भाग लेने के लिए भी केंद्र सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की ओर से वित्तीय सहयोग प्रदान किया जाता है।
कार्यक्रम में लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर (एलडीएम) एसबीआई राजकुमार ने स्टूडेंट्स को बेहतर डीपीआर बनाने के साथ बैंकिंग लोन प्रक्रिया को सहज ढंग से समझाया। वरिष्ठ उद्यमी जयपाल जैन ने सफल उद्यमी बनने के लिए स्टूडेंट्स को टिप्स दिए। एसकेडी यूनिवर्सिटी के छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय मिश्रा ने कार्यक्रम का संचालन किया एवं फैकल्टी ऑफ़ एग्रीकल्चर के डीन प्रोफेसर आरए मीणा ने आभार व्यक्त किया।