भटनेर पोस्ट न्यूज. जयपुर.
राइट टू हेल्थ बिल को लेकर 16 दिन से जारी हड़ताल खत्म करवाने में जिस आईएएस अफसर ने बड़ी भूमिका निभाई वे हैं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव टी रविकांत। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, मुख्य सचिव के निवास पर डॉक्टर्स प्रतिनिधियों के साथ निर्णायक वार्ता में टी रविकांत ने ही हर मसले पर बिंदुवार चर्चा की और सरकार का पक्ष रखते हुए डॉक्टरों को इसके लिए तैयार किया। उन्होंने ही डॉक्टरों को आश्वस्त किया कि भविष्य में राइट टू हेल्थ से संबंधित नियमों में बदलाव की जरूरत हुई तो सरकार आईएमए के प्रतिनिधियों से चर्चा कर उचित निर्णय करेगी। इससे डॉक्टर्स प्रतिनिधि पूरी तरह संतुष्ट नजर आए।
आपको बता दें कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1998 बैच के अधिकारी टी रविकांत मूलतः आंध्रप्रदेश के हैं। राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी में उन्हें सफल अधिकारी के तौर पर जाना जाता है। ‘बातें कम, काम ज्यादा’ इनका मूल मंत्र है। यही इनकी सफलता का सूत्र भी है। बहरहाल, राज्य सरकार के लिए इन्हें ‘तारणहार’ माना जा रहा है। क्योंकि 16 दिन से डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से आम जन परेशान है। अब हड़ताल खत्म होने से सब कुछ सामान्य होने की उम्मीद है।