भटनेर पोस्ट चुनाव डेस्क.
बेतहाशा बढ़ती महंगाई। आमदमी अठन्नी और खर्चा रुपैया। परेशान है मध्यम वर्ग। लेकिन जनता की ‘कृपा’ से नेताओं की ‘मौज’ है। हुक्मरानों के वारे-न्यारे हैं। उनकी संपत्तियों में लगातार इजाफा हो रहा है। चुनाव आयोग को नेताओं के दिए आमदनी के ब्यौरे में इस बात का खुलासा हुआ है। देखा जाए तो पिछले कुछ सालों में आम जन की आमदनी प्रभावित हो रही है। आंकड़ों के मुताबिक, प्रत्येक नागरिक पर इस वक्त करीब 70 हजार रुपए का कर्ज है। लेकिन बड़े नेताओं की औसत संपत्ति तीन करोड़ 64 लाख तक बढी है। दिलचस्प बात है कि राज्य के अधिकांश बड़े नेता कर्जमुक्त हैं। खासकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, पूर्व सीएम वसुंधराराजे, सांसद दीया कुमार सरीखे नेताओं पर कोई कर्जा नहीं है जबकि राजेंद्र राठौड़, गोविंद सिह डोटासरा व सीसपी जोशी जैसे नेता कर्ज के तले दबे हुए हैं।
बीते पांच साल की बात करें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की संपत्ति करीब 3.83 करोड़, सचिन पायलट की संपत्ति 3.39 करोड़, पूर्व सीएम वसुंधराराजे की संपत्ति 96 लाख बढ़ी है। दिलचस्प बात है कि राजेंद्र सिंह राठौड़ भले खुद को कर्जदार बता रहे हैं लेकिन पांच साल में उनकी संपत्ति में करीब 9 करोड़ 78 लाख का इजाफा हुआ है। वहीं दीया कुमार की संपत्ति में 2 करोड़ 59 लाख् और सिद्धि कुमारी की संपत्ति में 4 करोड़ 76 लाख की बढोत्तरी हुई है।
बीते पांच साल की बात करें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की संपत्ति करीब 3.83 करोड़, सचिन पायलट की संपत्ति 3.39 करोड़, पूर्व सीएम वसुंधराराजे की संपत्ति 96 लाख बढ़ी है। दिलचस्प बात है कि राजेंद्र सिंह राठौड़ भले खुद को कर्जदार बता रहे हैं लेकिन पांच साल में उनकी संपत्ति में करीब 9 करोड़ 78 लाख का इजाफा हुआ है। वहीं दीया कुमार की संपत्ति में 2 करोड़ 59 लाख् और सिद्धि कुमारी की संपत्ति में 4 करोड़ 76 लाख की बढोत्तरी हुई है।