भटनेर पोस्ट न्यूज. जयपुर.
गांधीवाद शांति व अहिंसा का पूरक है। जो लोग सत्ता हासिल करने के लिए कट्टरता को बढ़ावा दे रहे हैं वे लोग भी अपने परिवार और बच्चों को शांतिवादी व अहिंसक बनने की सीख देते हैं। यही गांधीवाद की सबसे बड़ी खासियत है। यह बात विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी ने कही। वे शांति एवं अहिंसा विभाग की ओर से गांधी दर्शन सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। डॉ. सीपी जोशी ने कहाकि राजस्थान देश का पहला राज्य है जहां पर गांधी दर्शन के लिए शांति एवं अहिंसा विभाग बना है। इसे देश भर में लागू करने की जरूरत है। तभी संस्कारों को जिंदा रख पाना संभव होगा। डॉ. जोशी के मुताबिक, गांधीवाद में जीने की कला है। अपनी गलतियों को स्वीकार करने का साहस है। फिर उन गलतियों से दूर रहने की सीख है। गांधीवाद में श्रेष्ठ इंसान गढ़ने की ताकत है।
विशिष्ट अतिथि कैबिनेट मंत्री डॉ. महेश जोशी ने कहाकि देश में अराजकता का माहौल है, इसे हम गांधीवादी विचारक बनकर ही खत्म कर सकते हैं। इसलिए मौजूदा परिप्रेक्ष्य में गांधीवाद को पढ़ने, महसूस करने और फिर जीवन में आत्मसात करने की जरूरत है। जोशी के मुताबिक, गांधीवाद नफरत करने वालों में मुहब्बत का बीज बोने की ताकत रखता है।
इस अवसर पर बीकानेर, भरतपुर, कोटा और उदयपुर संभाग के गांधीवादी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। बीकानेर संभाग के हनुमानगढ़ जिला संयोजक श्रवण तंवर, हनुमानगढ ब्लॉक संयोजक मनोज सैनी, नोहर ब्लॉक संयोजक रघुवीर सुथार, पीलीबंगा ब्लॉक संयोजक बलवीर सिंधू, भादरा ब्लॉक विशाल गोस्वामी, टिब्बी ब्लॉक इमरान खान, सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष बरोड़, सरपंच पुष्पा पडिहार, जगत जोशी, दीपांशु चौहान, यादवेंद्र शर्मा, अजय वर्मा, रोहिताश चोपड़ा, भागीरथ स्वामी, दर्शन मेघवाल, राकेश बावरी भगवान, जितेन्द्र लोहरा, हरदत सैनी, रूघाराम पडिहार, रघुवीर सेवदा, अनिल, प्रेम आदि गांधीवादी कार्यकर्ता ने भाग लिया।