भटनेर पोस्ट डिजिटल डेस्क. जयपुर.
मोदी सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर अपनी पूर्ववर्ती वाजपेयी सरकार के रुख पर कायम है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जयपुर के एक होटल में हुए बजट संबंधी कार्यक्रम में दो टूक कहाकि गहलोत सरकार को न्यू पेंशन स्कीम्स का केंद्र के ट्रस्ट में जमा 45 हजार करोड़ रुपए नहीं मिलेगा।
दरअसल, सीतारमण के इस बयान को एनपीएस को खत्म कर ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने वाले गहलोत के लिए झटका माना जा रहा है। निर्मला सीतारमण ने कहा-कोई राज्य अगर किसी कारण से यह डिसीजन लेता है कि एनपीएस का फंड है वो इकट्ठा दे देना चाहिए तो वह नहीं मिलेगा। सीतारमण के इस बयान से राजस्थान सरकार की ओल्ड पेंशन स्कीम को धक्का लगा है। सीतारमण ने कहा कि वह कर्मचारी का पैसा है, ब्याज कमा रहा है, वह पैसा रिटायरमेंट के समय कर्मचारी के हाथ में आएगा। इकट्ठा पैसा राज्य सरकार के हाथ नहीं आएगा, यह असंभव है। जब सही समय आएगा, तभी यह पैसा कर्मचारी को दिया जाएगा। गहलोत सरकार की ओर से शुरू की गई फ्री स्कीम्स पर निर्मला सीतारमण ने कहा-जब सरकार की वित्तीय हालात ठीक हो तो ऐसी स्कीम चलाएं, उनका पैसा आपके पास हो तभी लाएं। आप बजट में उनके लिए प्रावधान करें। अगर आपके राज्य के वित्तीय हालात ठीक नहीं है, आप बजट में भी प्रावधान नहीं कर रहे हो, उसके लिए कर्ज ले रहे हो, यह ठीक नहीं है। फिर उसका पैसा कौन देगा?