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राजस्थान में विधानसभा चुनाव निकट आते ही नेताओं के दल बदलने का खेल शुरू हो गया है। कांग्रेस से नागौर की सांसद रहीं ज्योति मिर्धा बीजेपी में शामिल हो गईं। प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने ज्योति मिर्धा का पार्टी में स्वागत किया। मारवाड़ में मिर्धा परिवार का रसूख रहा है लेकिन वक्त के साथ परिवार सियासी तौर पर पिछड़ गया। आपको बता दें ज्योति के दादा नाथूराम मिर्धा की कभी राजस्थान की राजनीति में तूती बोलती थी। माना जा रहा है कि ज्योति मिर्धा के बीजेपी में शामिल होने से बीजेपी को नागौर लोकसभा सीट के लिए मजबूत विकल्प मिल गया वहीं नागौर सांसद और आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के लिए मुश्किल पैदा हो गई है। खास बात है कि नागौर से हनुमान ने ही ज्योति को हराया था। अब कांग्रेस में इस सीट से नए चेहरे को मौका मिलना तय हो गया है क्योंकि पार्टी मिर्धा परिवार को ही बार-बार रिपीट करने के लिए मजबूर हो रही थी। ज्योति मिर्धा ने पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस छोड़ने के परंपरागत कारण बताए। मसलन, कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहे थे। कांग्रेस उल्टी दिशा में जा रही है। मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है, वगैरह।