भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ़.
विधानसभा चुनाव की तैयारी के बीच राजनीतिक दलों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। हनुमानगढ़ विधानसभा सीट से भाजपा टिकट के सर्वाधिक 12 दावेदार चर्चा में हैं। उनके हॉर्डिंग्स शहर के चौराहों पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। आरएसएस के स्वयंसेवक के तौर पर पहचान रखने वाले देवेंद्र पारीक भी एक हैं। देवेंद्र पारीक ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीतिक कॅरिअर की शुरुआत की और दो बार पार्षद भी रहे। संगठन में भी उनका दखल रहा। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा हनुमानगढ़ के जिलाध्यक्ष और जयपुर संभाग प्रभारी भी रहे। हाल ही में उन्होंने ‘गेट-टूगेदर’ कार्यक्रम में अपनी मंशा जताई। ‘विजन फॉर हनुमानगढ़’ के तहत देवेंद्र पारीक ने हनुमानगढ़ की प्रमुख समस्याओं की तरफ इशारा किया और इनको लेकर अपनी प्राथमिकताएं भी बताईं।
देवेंद्र पारीक कहते हैं, ‘टिकट की दावेदारी करना प्रत्येक कार्यकर्ता का अधिकार है, जिसने पार्टी की रीति-नीति का सदैव प्रचार किया। विचारधारा जिसके खून में है। मैं भाजपा का अनुशासित कार्यकर्ता हूं।’
देवेंद्र पारीक इस बात से हैरान नजर आए कि नहरों का संगम होने के बावजूद जिला मुख्यालय पर लाखों लोगों को साफ व गुणवत्तायुक्त नहरी पानी नहीं मिल रहा। बोले-‘भाजपा सरकार 281 करोड़ की लागत से पेयजल योजना को मंजूरी दी थी। कांग्रेस सरकार ने उसे रद्द कर दिया। फलस्वरूप टाउन क्षेत्र के लोग फ्लोराइडयुक्त पानी पीने के लिए मजबूर हैं। न विधायक ने कभी इस तरफ ध्यान दिया और न ही किसी अन्य जनप्रतिनिधि ने। हमने समय-समय पर जरूर यह मुद्दा उठाया लेकिन कांग्रेस के लोग सत्ता के मद में चूर हैं। उन्हें पब्लिक इश्यू से कोई लेना नहीं।’
पारीक टाउन-जंक्शन के बीच रिंग रोड बनाने की मांग करते हैं। देवेंद्र पारीक ने ‘भटनेर पोस्ट’ को बताया कि जंक्शन-टाउन के मध्य मात्र एक रोड है। अगर यह रोड बंद हो जाती है तो दोनों शहरों का संपर्क कट जाता है। यहां रिंग रोड का निर्माण होना चाहिए।’ उन्होंने राइस बेल्ट का भी मुद्दा उठाया। साथ ही एग्रो फूड पार्क, ट्रांसपोर्टनगर, स्पिनिंग मिल आदि के मसले पर सरकार की उदासीनता पर सवाल भी उठाए। उन्होंने नगरपरिषद और विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि करोड़ों रुपए की लागत से सीवरेज की पाइपलाइन बिछाई गई थी। ये अब तक शुरू ही नहीं हुई है। विधायक की नाकामी के चलते हनुमानगढ़ की बेशकीमती जमीन बेच दी गई। विधायक या सभापति सरकार से पैसे लेकर विकास करवाते। नगरपरिषद के पास जमीन ही सबसे बड़ी पूंजी थी उसको ही बेच दिया गया। जिला अस्पताल को मेडिकल कॉलेज से अटैच रखने का वादा स्थानीय विधायक ने किया था, लेकिन अब इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। यह नागरिकों के साथ बड़ा धोखा है।
कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम बंसल ने विधायक चौधरी विनोद कुमार के उस वक्तव्य पर सवाल उठाया जिसमें उन्होंने कहा था कि हनुमानगढ़ में अब कोई काम नहीं बचा है। बंसल कहते हैं, ‘विकास का कोई अंत नहीं है। फिर हनुमानगढ़ में तो अभी कुछ हुआ ही नहीं। ऐसे में जनप्रतिनिधि का यह बयान न सिर्फ हैरान करने वाला बल्कि चिंता का सबब है। ऐसे नेताओं को तो रिटायरमेंट लेकर घर बैठ जाना चाहिए।’
उन्होंने रेलवे के विकास पर भी असंतुष्टि दिखाई और कहा कि महाराजा गंगासिंह के समय में जो लाइनें बिछाई गई थी उनको ही मोडिफाई किया गया है। केंद्र में हमारी सरकार है और हम अब सांसद इस मुद्दे पर बात करेंगे। कार्यक्रम में जसवीर मान, भागीरथ सुथार, राजेश दादरी, जगदीश नोखवाल, ओम आसोपा, फूसाराम सहित कई लोग मौजूद रहे। खास बात है कि जब देवेंद्र पारीक से पूछा गया कि टिकट नहीं मिलने पर उनका क्या रुख रहेगा तो पारीक ने दो टूक कहाकि वे पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं, आलाकमान के आदेश का पालन करेंगे। पार्टी जब भी कोई दायित्व देगी, उसका ईमानदारी से निर्वहन करेंगे। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को अग्रणी बनाना है और इसमें अपना योगदान देते रहेंगे।