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हनुमानगढ़ जिले में उत्तरी भारत में सांप्रदायिक सौहार्द्र का प्रतीक गोगामेड़ी मेला विधिवत् पूजा अर्चना तथा झंडारोहण के साथ शुरू हो गया। कोरोना तथा लंपी डिजीज के कारण पिछले वर्षों में गोगामेड़ी में पशु मेला आयोजित नहीं किया गया था। इस बार पशु मेला भी शुरू किया गया है।
भादरा विधायक बलवान पूनिया ने कहा कि गोगामेड़ी मेले की पहले छवि बेहतर नहीं थी। प्रशासन और देवस्थान विभाग की तारीफ करते हुए विधायक ने कहा कि मेले को ऑनलाइन करने का बड़ा कार्य किया गया है। 2018 में दुकानों की नीलामी से 1.75 करोड़ का राजस्व मिला था, जो की 2023 में बढ़कर 5.25 करोड़ हो गया है। देवस्थान विभाग द्वारा दुकानों की नीलामी ऑनलाइन करने से लोगों द्वारा कब्जा करने, भाई भतीजावाद तथा वसूली के धंधे बंद हो गए है। मेले के लिए अभी राज्य सरकार ने 8.50 करोड रुपए का बजट स्वीकृत किया है, जिससे मेले में स्थाई बैरिकेडिंग बनेगी, बैरिकेडिंग के ऊपर शेड बनेगी, टेंट लगाने की आवश्यकता नहीं रहेगी तथा इंटरलॉक से सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। दो वर्ष बाद गोगामेड़ी मेला साफ सुथरा व सभी सुविधाओं से युक्त होगा। विधायक ने गोगाना की तरफ भी व्यवस्था को पारदर्शी बनाने की जरूरत बताई। आने वाले वक्त में इस लक्खी मेले में करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ आएगी। पिछले वर्ष मेले में 26 लाख श्रद्धालु आए थे, इस वर्ष 40 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।